छत्तीसगढ़ में 13 लाख रुपए की इनामी महिला नक्सली का आत्मसमर्पण

छत्तीसगढ़ में 13 लाख रुपए की इनामी महिला नक्सली का आत्मसमर्पण
छत्तीसगढ़ में 13 लाख रुपए की इनामी महिला नक्सली का आत्मसमर्पण

छत्तीसगढ़ सरकार को एक बहुत बड़ी जीत हासिल हुई है इसका श्रेय छत्तीसगढ़ पुलिस प्रशासन को जाता है छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में शनिवार को एक महिला नक्सली ने आत्मसमर्पण कर दिया. उस पर तीन राज्यों में कुल 13 लाख रुपए का इनाम रखा गया था. नक्सली की पहचान हिड़मे कोवासी उर्फ ​​रनिता (22) के रूप में हुई है. वो एमएमसी जोनल कमेटी के सदस्य के रूप में सक्रिय होकर अब तक काम कर रही है

छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में शनिवार को एक महिला नक्सली ने आत्मसमर्पण किया . इस महिला नक्सली पर पर तीन राज्यों में कुल 13 लाख रुपए का इनाम रखा गया था . नक्सली की पहचान हिड़मे कोवासी उर्फ ​​रनिता के रूप में की गई है जिसकी उम्र महज 22 वर्ष बताई जा रही है . वो एमएमसी जोनल कमेटी के सदस्य के रूप में सक्रिय होकर अब तक नक्सली गतिविधियों को अंजाम दे रही थी  थी. हिड्मे कोवासी उर्फ़ रनिया प्रतिबंधित संगठन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) की गोंदिया-राजनांदगांव-बालाघाट डिवीजन की टांडा/मलाजखंड एरिया कमेटी की सदस्य भी थी.

सूचना के अनुसार एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि महिला नक्सली हिड़मे कोवासी पर छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र में 5-5 लाख रुपए और मध्य प्रदेश में 3 लाख रुपए का इनाम रखा गया था. वो मध्य प्रदेश के बालाघाट में माओवादी हिंसा की 19 घटनाओं और छत्तीसगढ़ के खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में 3 हिंसक घटनाओं में शामिल थी. उसने वरिष्ठ नक्सलियों द्वारा किए गए अत्याचारों, अमानवीय और खोखली माओवादी विचारधारा से निराशा जताते हुए छत्तीसगढ़ पुलिस के सामने हथियार डाले हैं.

उन्होंने बताया कि उसे राज्य सरकार की पुनर्वास नीति के तहत 25 हजार रुपए की आर्थिक सहायता सहित अन्य सुविधाएं दी जाएंगी जिससे की वह अपना नया जीवन शुरू कर सके .

महाराष्ट्र में 8 लाख की इनामी महिला नक्सली का आत्मसमर्पण

इसके साथ ही महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में भी शनिवार को एक महिला नक्सली ने पुलिस और सीआरपीएफ के सामने आत्मसमर्पण कर दिया यह महाराष्ट्र पुलिस और महाराष्ट्र सरकार की काफी बड़ी उपलब्धि बतायी जा रही है . इस महिला नक्सली पर पर हत्या और सुरक्षा बलों पर हमला करने का आरोप था. उसके सिर पर 8 लाख रुपए का इनाम था. उसकी पहचान रीना नरोटे उर्फ ​​ललिता के रूप में हुई है, जो कि ‘टेलर टीम’ की कमांडर थी बतायी जा रही है . सीपीआई (माओवादी) के पूरे गढ़चिरौली डिवीजन में रसद के लिए जिम्मेदार थी.

पुलिस के मुताबिक, महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले की रहने वाली इस 36 वर्षीय महिला नक्सली का नाम हत्या और सुरक्षाकर्मियों पर हमले के एक मामले में है. महाराष्ट्र सरकार ने उसे पकड़ने के लिए 8 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था. सुरक्षा बलों को उसकी लंबे समय से तलाश थी पर उसने शनिवार को महाराष्ट्र पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है.

आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के पुनर्वास के लिए केंद्र और राज्य की नीतियों के तहत महाराष्ट्र सरकार से 5.5 लाख रुपए मिलते हैं, जो कि रीना नरोटे उर्फ ​​ललिता को भी दिए जाएंगे. महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में नक्सल विरोधी अभियान तेज करने और राज्य सरकार द्वारा नक्सलियों को आत्मसमर्पण करने और सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर प्रदान करने के परिणामस्वरूप 2 साल में 23 नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने इस बात पर महारास्ट्र पुलिस और सी आर पी ऍफ़ को बधाई दी है

Leave a Comment